Monday, 26 December 2011

poem of udaibhan midhra

कविता करना सहज नहीं है

उन्होंने लिखा है
धुप अच्छी  होती है 
हमें  गर्म  रखती  है 
मगर रधिया 
धुप में जाने  से 
क्यों कतराती  है 
राहुल फूलों  के पार्क  में 
जाने से 
क्यों कतराता  है 

सड़क  निरापद  है 
चौराहों  के सभी  सिग्नल 
ठीक काम 
कर रहे हैं 
फिर  क्यों  मारा गया 
रामलाल 
सड़क पार 
करते  हुए 
यातायात  के  सभी  नियमों 
का पालन  करते हुए 

वे 
कविता नहीं  करते 
कविता का खेल करते हैं 
कविता करना सहज  नहीं  है 
सुरंजना 
ठीक वैसे 
जैसे  जीवन जीना  
-     -------------------------------उदयभान मिश्र