Saturday, 13 October 2012

poem of udaibhan mishra


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अस्पताल से
 घर आने के बाद

धन्यवाद उन्हें
जिन्होंने पूछा
आप कैसे हें
धन्यवाद उन्हें
जो मुझे देखने
अस्पताल आए

धन्यवाद उन्हें
जिन्होंने सुझाव दिए
दवा,डाक्टर,खानपान
के बारे में


धन्यवाद  उन्हें
जो लगातार 
शुभकामनाओं की
 अमृत वर्षा
करते रहे मुझ पर

यह अमृत जल ही
मनुष्य होने का
प्रमाण है       

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