उदयभान मिश्र की यह किताब अभी अभी प्रकाशित हुई.है । यह यात्रा वृतांत्र है । राजस्थान दक्षिण भारत और बिहार की यात्राओ के इसमें विवरण हैं।
Saturday, 29 August 2015
Monday, 2 March 2015
poem of udaibhan mishra
,,,,,भीड़ में दौड़ दौड़
.. तुम्हें खोजता रहा।
...सारी राह
तुम्हारे ही बारे में
..सोचता रहा
....रात के सन्नाटे में
जब भी इंजन की
सीटियाँ सुनायी पड़ी
.बिस्तर से उठ उठ कर
अपनी शुभकामनाएं
तुम्हें भेजता रहा
...........................उदयभान मिश्र
.. तुम्हें खोजता रहा।
...सारी राह
तुम्हारे ही बारे में
..सोचता रहा
....रात के सन्नाटे में
जब भी इंजन की
सीटियाँ सुनायी पड़ी
.बिस्तर से उठ उठ कर
अपनी शुभकामनाएं
तुम्हें भेजता रहा
...........................उदयभान मिश्र
Thursday, 1 January 2015
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